Pearson Aadhunik Europe Ka Etihas - 1789 to 1950 by Pramod Kumar Srivastava

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  • यूरोप में मानव ईसापूर्व 35,000 के आसपास आया । इसके बाद ७००० इस्वी पूर्व से संगठित बसाव यानि बस्तियों के प्रमाण मिलते हैं । काँस्य युगीन सभ्यता (३००० ईसा पूर्व) के समय यहाँ कुछ अधिक बसाव नहीं हुआ भ़ासकर मिस्र, इराक, चीन और भारतीय सभ्यता के मुकाबले । लेकिन ५०० ईसापूर्व से रोमन और यूनानी साम्राज्यों का उदय हुआ जिसने यूरोप की संस्कृति को बहुत प्रभावित किया । सैन्य, कला और चिंतन के मामले में यूनानियों ने यूरोप के एक कोने में होते हुए भी पूरे यूरोप और बाद में विश्वभर में अपना प्रभाव जमाया
  • । आज यूरोप के देश यूरोपीय संघ के सदस्य हैं जो एक मुद्रा यूरो चलाता है । मध्यकाल में यूरोप छोटे राज्यों में विभक्त हो गया था । विज्ञान और शोध के मामले में धार्मिक मान्यताओं ने अपना प्रभाव बना रखा था । पंद्रहवीं सदी के बाद यह पुनः विकसित हुआ । सैनिक इतिहास का एक छोटा ब्यौरा नीचे लिखा है, कृपया वहाँ देखें । यूरोप के इतिहास को समझने के लिए दक्षिणी (रोम, यूनान और स्पेन), पूर्वी (यानि स्लाविक) और उत्तरी क्षेत्र जिसनें जर्मन मूल की नौर्ड और वाइकिंग तठा केल्ट और गॉल को समझना आवश्यक है ।
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Product NamePearson Aadhunik Europe Ka Etihas - 1789 to 1950 by Pramod Kumar Srivastava
ISBN / Product Code9789332570337
BindingPaperback
PublisherPearson Education
Subject : College BooksHistory
HSN Code4901
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